७ जुलाई २०१५

वैलेरी: (आज) मंगल, ७ जुलाई है, और मोंटीनेक, चारेण्टे, फ़्रांस में सुबह का समय है, हम लौकिक साई बाबा का आह्वान करते हैं – हमें मासिक संचारण देने के लिए- जिसे हम खुले मन से स्वागत करेंगे|

❝मैं यहाँ हूँ! और हमेशा की तरह यहाँ आकार बहुत प्रसन्न हूँ – क्योंकि मैं जानता हूँ मेरा यहाँ पर हमेशा स्वागत होता है|

यहाँ पर बहुत गर्मी पड़ रही है – यहाँ से मतलब है – आप इस समय जहां पर हैं| यह कोई सामान्य तापमान नहीं है| फ़्रांस में गरमियाँ सामान्यतः शांत और हल्की होती है|

पृथ्वी पर आ रहे बदलाव का यह सूचक है| यदि आप अपने चारों ओर देखें – और अपने उन वैज्ञानिको को सुनें जो पृथ्वी और उसके वातावरण पर शोध कर रहे हैं- आप पाएंगे कि पृथ्वी पर ऐसे बहुत सारे जगह हैं जो बहुत ही ज़्यादा गरम हैं|

जब मैं “बहुत ही ज़्यादा गरम” कहता हूँ, तो सूर्य के प्रकाशपुंज के विषय में कहता हूँ, परंतु यह सृजनात्मक होने के अपेक्षाकृत, विनाशकारी सिद्ध हो रहा है| दूसरे शब्दों में कहें तो यह असंतुलित हो रहा है| इसी कारण से पृथ्वी पर आपके अनेक नेताओं के पास यह संदेश भेजा जा रहा हैं- जैसे कि फ्रांसिस और कई सारे और हम उम्मीद करते हैं कि लोग इन्हें सुनेंगे|

हमने दूसरी दुनियाओं के नेताओं से, जो स्रोत से आ रहे संदेशों को सुनने को तैयार हैं, विचार-विमर्श किया है – आपके पोप भी उनमें से एक हैं – वे सुन रहे हैं- उन्होने सब के लिए यह संदेश भेजा है कि पृथ्वी की देखभाल करें – सिर्फ उसे खोद कर चीज़ें निकाल लेना और फिर उसके बदले में भरपाई न करना, और क्योंकि आपको यह नहीं पता कि उसकी भरपाई कैसे की जाये – तो अच्छा यही होगा कि आप पृथ्वी में से कुछ निकालें ही नहीं|

शाश्वत ऊर्जा या ऐसी ऊर्जा जो सहज ही प्रयोग में ली जा सकती है, पृथ्वी को बिना क्षति पहुंचाए – इनके विषय में बहुत चर्चे हो रहे हैं| क्योंकि पृथ्वी पर असंतुलित ताप बहुत ही क्षति पहुंचा रहा है, ऐसे में शाश्वत ऊर्जा अति उपयोगी सिद्ध होगी|

मैं उपदेश देना नहीं चाहता हूँ – किन्तु मैं यह अवश्य चाहता हूँ कि आप इसे गंभीरता से लें|

मैं अब जानता हूँ, कि शायद कुछ लोग हैं, जो इस संदेश को सुन रहे हैं, और सोच रहे हैं, “मैं ऐसा क्या कर सकता हूँ जिस से यह सब बदल सके?”| ऐसा कहा गया है कि इन सभी लोगों के शब्दों में बहुत शक्ति है, और यह सब सच है| यदि आपके अन्तर्मन को इन सभी चीजों ने छुआ है, तो मेरा सुझाव आप के लिए यह रहेगा कि आप अपने नेताओं पर दबाव डालें – वे, जो गृह और उसके वातावरण की चेतावनियों से अभिज्ञ हैं (या सुनना ही नहीं चाहते)|

उन्हें इसे समझने, सुनने और कुछ करने दीजिये| क्योंकि आपके पास इसमे करने के लिए बहुत कुछ है| सितारों की दुनियाओं से आपके वैज्ञानिकों को कई संदेश व परिज्ञान प्राप्त हुए हैं|

धन के कारण – कभी – संदेश खो भी जाते हैं| एक और बात है जिसके बारे में पृथ्वी के लोगों को गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है|

और धन वास्तव में क्या है?

यह वह है जिसका सृजन किया गया – यह सच है| तो आप यूं कह सकते हैं – जैसा मैंने पहले कहा था जब मैं भौतिक शरीर में था – कि धन परमेश्वर है! कुछ लोग उस समय झिझकते हुए सोचने लगे,”यह क्या कह रहे हैं?”| मेरा तात्पर्य यह है कि यह स्रोत ही है जो लेन-देन को सरल बनाता है – और यही इसका कार्यक्षेत्र है –किन्तु यह लेन-देन दोनों के लिए सही प्रतीत होना चाहिए, सिर्फ एक के लिए नहीं, सिर्फ लेने वाले के लिए ही नहीं, बल्कि देने वाले के लिए भी|

इस पृथ्वी गृह पर धन से संबंधित सारे लेनदेन हर एक के लिए अच्छे होने चाहिए, सिर्फ एक लिए नहीं या फिर एक तरफा नहीं|

मैं उम्मीद करता हूँ कि मैं अपने आप को समझा पा रहा हूँ| बहुत सी जगहें ऐसी हैं जहां पर बदलाव की आवश्यकता है| हम – सितारों की दुनिया के – लोग इसे बदल नहीं सकते| परमेश्वर की इच्छा से, पृथ्वी पर इसे (धन) आदमी ने बनाया है – यह सच है – परंतु अब, सब की भलाई हेतु इसे आदमी ने ही बदलना होगा| क्योंकि इसका (धन) का दुरुपयोग हो रहा है|

पृथ्वी पर बहुत धन है जो सभी के भलाई के लिए प्रयोग नहीं किया जा रहा है, और ऐसे कई लोग हैं जो कष्ट में हैं और उन्हें मदद की आवश्यकता है| यह एक और जगह है जहां पर – हम कह सकते हैं – आप उन लोगों की सहायता कर सकते हैं जो सच्चे मन से कहते हैं, “हम जरूरतमंदों की सहायता करना चाहते हैं”| यह बहुत महत्त्वपूर्ण है|

ऐसा कोई कारण नहीं है कि किसी को भी पृथ्वी पर कष्ट झेलना पड़े|

पृथ्वी पर सब के लिए पर्याप्त अन्न और रहने के लिए जगह है| और कुछ मायनों में, इस समय जो बदलाव हो रहे हैं उनका सब का कारण अवशयकता है, एक दूसरे के साथ मिलजुल के रहने, सुनने और मदद करने की | और निस्सन्देह: प्रार्थनाओं की अवशयकता है|

क्योंकि यहाँ पर ऐसे लोग भी हैं, जो शांति और सामंजस्य के क्षेत्र से नहीं हैं| इन लोगों को प्रार्थनाओं द्वारा सहायता की आवश्यकता है| प्रार्थना एक ऊर्जा है| यह एक प्रकार से धन की तरह है और सब के लिए उपलब्द है| आप को सिर्फ परमेश्वर, सब के सृजनकरता, से सहायता मांगनी है, और यह बदलाव के साथ आप की सहायता करेगा|

तो अपना मन छोटा न करें मेरे लोगों, मेरे बच्चों, यह सोचें कि इस समय, इन सब बदलावों में आप किस प्रकार की सहायता कर सकते हैं| क्योंकि इतिहास एक चक्र है, और जो चक्र अब चल रहा है वह प्रत्येक चीज़ का, जिसके बारे में मैंने आप से कहा है, दुरुपयोग होने से छुटकारा दिलाएगा ; हर एक चीज़ का बदलाव स्वीकार करेगा जिस की वजह से बेसुरापन कभी न हो सके सके|

और आगे बढ़ें – शांति और सामंजस्य के साथ – इस पृथ्वी और उसके वातावरण का संतुलन बनाते हुए|

धन्यवाद मेरे बच्चों धन्यवाद| मैं आप सब से असीम प्रेम करता हूँ| यह संदेश समीक्षा का नहीं है – बल्कि इससे दूर, यह संदेश आप को गंभीरता से इन सब चीजों के बारे में सोचने के लिए कहता है|

धन्यवाद|


मैं, परमेश्वर आपको आशीर्वाद देता हूँ| ❞


लौकिक साईं बाबा से प्राप्त इस प्रसारण को यहाँ सुन सकते हैं: