वैलेरी: हम लौकिक साई बाबा का आह्वान करते हैं – आज ७ फ़रवरी २०१७ है, और हम उनका आह्वान असीम प्रेम और आदर के साथ करते हैं|
❝मैं यहाँ हूँ, और यहाँ आकर बहुत प्रसन्न हूँ| मैं लौकिक साई बाबा हूँ और आप मुझे अच्छी तरह से जानते हैं और मैं आपको – और जैसाकि मैंने कहा है मैं यहाँ आकर बहुत प्रसन्न हूँ|
पृथ्वी पर बहुत कुछ घटित हो रहा है – और यह आप भली-भांति जानते हैं कि इस विषय पर कई दिनों से चर्चा हो रही है कि आपका पृथ्वी गृह बहुत दुखों से गुज़र रहा है| यह तो बिलकुल स्पष्ट है कि पृथ्वी के साथ कोई समस्या तो है|
और इसमें उसकी मदद की जा सकती है – दिव्य लोग आपकी मदद करने को तयार हैं और चीज़ें सरलता से ठीक हो सकती हैं यदि आप अपना मन उन सब बातों के लिए खोल कर रखें जो वे आपको देना व सुझाव देना चाहते हैं| परंतु वे यह सारी जानकारी तब तक नहीं देना चाहेंगे जब तक आप सब लोग जागरूक ऐवम स्वीकार करने के लिए तयार न हो जाएँ … … (विराम) – इसको मैं कैसे कहूँ – उस चैतन्य को स्वीकार करें जो जानकारी के साथ आता है और ब्रह्माण्ड के नियमों का पालन करता है|
यह महत्वपूर्ण है और इसलिए हम सारी जानकारी तत्परता से नहीं देना चाहेंगे जब तक यह इत्मीनान न हो जाये कि आप सब के सृजन के स्रोत का आदर करते हुए, इसका उपयोग करने में सक्षम हैं|
वरना, यह ठीक उसी प्रकार से होगा जैसे कि बच्चों को खेलने के लिए माचिस की डिब्बी दे दी जाये जो उनके हित की बात नहीं है…..यह किसी के भी हित की बात नहीं होगी|
और तो आज का मेरा संदेश छोटा है|
मैं आज यहाँ इसलिए आया हूँ क्योंकि मैं आपको यह बताना चाहता हूँ कि मैं आप सब से बहुत प्रेम करता हूँ और आप सब मेरे हृदय में वास करते हैं| आप सभी सब के सृजन के स्रोत से आते हैं और वह सर्वव्यापी प्रेम है| वह सीमाबद्ध नहीं है – वह हमेशा विधमान रहता है – और यह आपके भीतर ही है जिससे आप इस्तेमाल कर पाएँ, इसे सभी जगह फैला सकें और उन लोगों के साथ बाँट सकें जो परेशानी में हैं|
आप अपने ईश्वरतातव का और सभी के स्रोत का आह्वान करिए – जिस से वह एक साथ जुड़ जाए –और फिर आप उन सभी लोगों को वह दे सकते हैं जिन की मदद आप करना चाहते हैं|
यह बहुत महावपूर्ण है – और यह उद्देश्य ही होता है जो सबसे महत्वपूर्ण है – क्योंकि ऊर्जा, नदी की तरह बहेगी – एक लुभावनी नदी, जिसमे सफ़ेद चमकता हुआ पानी आप देख सकते हैं; या फिर आप इसे चक्की चलाने के लिए निर्मित तालाब की तरह देख सकते हैं – स्थिर और बिलकुल शांत – और यह सारी चीज़ें आप के पास उपलब्ध हैं –आप सभी के पास – यह निर्णय लेने के लिए कि यह आप पृथ्वी पर शांति चाहते हैं और पृथ्वी गृह को स्वास्थ्यप्राद करना चाहते हैं|
इस संदेश को हम सब जगह फैलाना चाहते हैं – हमने ऐसा किया भी है – या मैं यह कहूँ कि कई सारे लोगों के मन में विचारों के रूप में – उन सब चीजों के बारे में जो आपके गृह पर इस समय गलत हो रहा है – अवशयक है इसको बहुत गंभीरतापूर्ण लिया जाये| ज़रूरी नहीं इसको “मौसमों में बदलाव” या “ऊष्मोत्पादक” या “शीतलन” कहा जाये- जो कुछ भी हो रहा है – आपके गृह के साथ कुछ समस्या है और उसे ठीक करने की अवशयकता है|
तो इसके साथ – मैं आप से विदा लेता हूँ परंतु…. मैं आपको डराना नहीं चाहता हूँ, मैं सिर्फ, लोगों को इस विषय को गंभीरता से लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता हूँ|
धन्यवाद मेरे बच्चों, धन्यवाद
मैं परमात्मा, आपको आशीर्वाद देता हूँ| धन्यवाद|❞
आप लौकिक साई बाबा का संचरण यहाँ सुन सकते हैं: