लौकिक साई बाबा से प्राप्त विशेष संदेश

जैसे-जैसे हमारी दुनिया शक्तिशाली द्वारों से गुज़र रही है, हमारा घर, पृथ्वी माँ पर पल रहे हर एक जीव-जन्तु के लिए – गतिविधियां और तेज़ और चुनोतीपूर्ण होती चली जा रही हैं| इस कारण से, लौकिक साई बाबा ने आज वैलेरी बैरो का ध्यान, अपना भौतिक शरीर छोड़ने से पहले, २४ अप्रैल २०११ को दिये गए अपने संदेश की ओर आकर्षित किया|:

सामान्य मासिक संचरण के दौरान, लौकिक साई बाबा ने सभी पृथ्वीवासियों को कई सारे आश्वासन दिये हैं| वैलेरी बैरो ने लौकिक साई बाबा से आया हुआ इस विशेष संदेश को वहीं से आगे बढ़ाया है|

५ अप्रैल २०११ लौकिक साई बाबा ने कहा था,
“आज का मेरा संदेश काफी छोटा है|… … मैं यहाँ आपको आश्वस्त करने आया हूँ कि साई बाबा का भौतिक शरीर अभी नहीं छूट रहा है, बिलकुल भी नहीं छूट रहा है…. बस शरीर को थोड़ा सा समंजन करना है… बिकुल उसी तरह जैसे पृथ्वी और उस पर सारे लोगों का हो रहा है|.”

हमे अब पता है कि – वे अपना ८५ वर्षीय भौतिक शरीर २४ अप्रैल २०११ को त्याग चुके हैं – और दूसरी दुनिया में मौजूद हैं – जैसा उन्होने वचन दिया था, वे अपने ९६ वर्ष के होने तक प्रकाशमय शरीर में मौजूद रहेंगे…वे कहते हैं कि वे आलोचना और अफवाहों के अवरोध से मुक्त हैं| मेरी सार्वलौकिक शिक्षण के आरंभ में ही उन्होने (मेरे उच्च स्तर के गुरु) मुझसे कहा था कि उन्हें तीसरे और चौथे आयाम में कुछ अंतर दिखाई नहीं देता है| यह तो केवल मनुष्य ही हैं जो तीसरे आयाम से कहीं और देखने के लिए परिसीमित हैं|

लौकिक साई बाबा हमें, पृथ्वी और हमारे भीतर हो रहे बदलाव के असर का एहसास दिलाते रहते हैं| हम मृत्यु को प्राप्त नहीं होंगे परंतु हम पृथ्वी के बंधनों को तीसरे आयाम में ही पीछे छोड़ कर प्रकाशमय शरीरों के उथित चैतन्य की ओर उन्नति करेंगे| (प्रकाशमय शरीरों के बारे में अधिक समझने के लिए आप वैलेरी बैरो की वैबसाइट नामक- Message from a Group of Light Beings (प्रकाशमय जीवों के समूह का संदेश) को यहाँ पढ़ सकते है)

लौकिक साई बाबा (सूक्ष्म बाबा) के सक्रिय होने की खबरें

जब साई बाबा २००७ में अपने भौतिक शरीर में थे, तब उन्होने कहा था कि वे पूरे विश्व का भ्रमण करेंगे| अब वे प्रकाशमय शरीर में हैं और वे यही कर रहे हैं| वे अब कहाँ हैं और क्या चल रहा है, इसकी जानकारी आप नीचे दिये गए लिंक्स के माध्यम से पता लगा सकते हैं|:

  • http://www.bhajanmusic.info/saibabanews/ALL (नई खिड़की में खुलेगा) (प्रकाशमय शरीर में लौकिक साई बाबा का सारा विवरण ऐवम गतिविधियों की पूरी सूची देख सकते हैं)
  • एक ईमेल की सूची भी है-यदि आप ईमेल द्वारा प्रकाशमय शरीर में लौकिक साई बाबा (कभी कभी इन्हें सूक्ष्म बाबा भी कहते हैं) की गतिविधियों को मंगवाना चाहते हैं तो आप एक फॉर्म यहाँ से भर सकते हैं http://eepurl.com/btFzib

लौकिक साई बाबा से प्राप्त विशेष संदेश की विडियो और प्रतिलिपि

प्रतिलिपि:

मॉस घाटी, ऑस्ट्रेलिया में दिया गया

मैं लौकिक साई बाबा हूँ और आज यहाँ आकार और मेरे स्वागत से मैं अत्यंत प्रसन्न हूँ|

इस समय मेरा भौतिक शरीर कुछ अस्वस्थ है, परंतु मैं आप को आश्वस्त करता हूँ कि मैं फिलहाल अपना भौतिक शरीर नहीं छोड़ रहा हूँ| यहाँ पर मेरा कुछ और दिन रहने का विचार है|

यह आपको पहले ही बता चुका हूँ कि मैं कितने दिन यहाँ और रहूँगा|.

आगे का समय बहुत ही कठिनाई भरा है….इस बात की भविष्यवाणी पहले की जा चुकी है और मैंने ही आपको बताया भी है कि आगे बहुत कठिन समय है|, मैंने आपको सूचित भी किया है कि आप अपनी सांसें थाम के रखिए, परंतु मेरा मतलब है …. पृथ्वी पर इस समय बहुत हरकतें हो रही है…वह बदल रही है …अपने आप को नियमित कर रही है…..और जैसा कि मैंने बताया है, वह उन सारे सूर्यों के तत्व के साथ, जो आपके सौर मण्डल, आकाश गंगा और ब्रह्मांड में स्थित हैं ….और ऐसे कई सारे ब्रह्मांड, जो हम सभी के सृजन के स्रोत तक ले जाते हैं, सरेखण में आने के लिए अपने आप को नियमित कर रही है|

यह बहुत ही निराली चीज़ हो रही है….परंतु कभी-कभी अद्भुत वस्तुओं को होने के लिए राह में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है| लेकिन यह कठिन समय अधिक दिनों तक नहीं रहेगा, मैं आप सब से कहना चाहूँगा कि आप अपने हृदय में असीम प्रेम, समझदारी और अनुकंपा बनाए रखें… डरें बिलकुल नहीं….क्योंकि डर इस यात्रा को और कठिन बना देगा|

शायद इस पर विश्वास करना मुश्किल हो….परंतु आपसे मैं सिर्फ इतना ही कह रहा हूँ कि विश्वास करें…. जैसाकि आप सोच रहें हैं, यह दुनिया का अंत नहीं है….बल्कि इस से दूर….यह पुराने रिवाजों का अंत है…जो अब तक विधमान थे या हैं…अब यह उस स्थान की ओर अग्रसर है जो सुंदर और स्थिर है, जिसे हम ‘स्वर्णिम युग’के नाम से पुकारते हैं, जहां लोग एक दूसरे की देखभाल करेंगे, विशेष रूप से एक दूसरे का आदर करेंगे…और दूसरे के बीच के मतभेद का आदर करेंगे|

उनके सोचने के तरीके ऐसे होंगे कि किसी बात का हल निकालने के लिए उन्हें तलवार या बंदूक की आवश्यकता नहीं पड़ेगी… बल्कि वे एक दूसरे के साथ बैठ कर सर्वसम्मति से हर एक बात
का हल निकालेंगे…यदि असहमति भी हो जाए, तो भी तालमेल रहेगा|

और यह सब इसलिए मुमकिन होगा क्योंकि पृथ्वी और उस पर हर एक चीज़ की चैतन्य शक्ति उस अंतिम बिन्दु बढ़ेगी जहां पर किसी भी प्रकार का असंतोष नहीं है|

तो मैं आपसे कहना चाहूँगा कि आप अपना सारा ध्यान प्रेम और अनुकंपा पर लगाएँ, पृथ्वी पर हो रही हरकतें जिन्हें आप सुन व देखते हैं, उन्हें अपना प्रेम भेजिये…. दिव्य प्रेम भेजिये…. सर्वव्यापी प्रेम भेजिये….आपके भीतर स्थित ईश्वर्य प्रेम भेजिये, उन्हें भेजिये, जिन्हें आप परेशानियों में घिरा देखते हैं|

आज का मेरा संदेश बहुत छोटा सा है…. मैं यहाँ यह आश्वासन देने आया हूँ कि साई बाबा का भौतिक शरीर अभी छोड़ कर नहीं जा रहा है, बिलकुल भी नहीं…. बस शरीर में थोड़ा सा समन्वय लाया जा रहा है….ठीक वैसा ही जैसा पृथ्वी और उसके वासियों पर हो रहा है|

मुझे उम्मीद है कि आप समझ जाएंगे…. और आप इस संदेश को फैलाने में मदद करेंगे|

मैं, लौकिक साई बाबा आप सब से बहुत प्रेम करता हूँ, और पृथ्वी पर जो भी हो रहा है, उसका मैं निरीक्षण कर रहा हूँ….और मैं आपको आपकी ज़रूरत के समय पर कभी भी बेसहारा नहीं छोड़ूँगा …..तो मैं आपको आशीर्वाद देता और धन्यवाद कहता हूँ|

मैं, परमात्मा आपको आशीर्वाद देता हूँ।. ❞