०७.१०.२०१४

हम लौकिक साईं बाबा का आह्वान करते हैं, और बड़े आनंद और प्रेम के साथ उनका स्वागत करते हैं|

❝ ओह! मैं यहाँ हूँ ! मैं यहाँ कुछ समय से हूँ ! परन्तु, तुम लड़कियों के साथ तो यह सब बहुत सामान्य प्रतीत होता है !

(हसीं)

किन्तु मैं अपना कोई विचार नहीं सुना रहा हूँ | मैं यहाँ आकर बहुत प्रसन्न हूँ| और मुझे प्रसन्नता है कि मंदिर की घंटी को बजा कर याद दिलाने का मेरे तरीके पर आपने अपना ध्यान केंद्रित किया | और अब हम आगे चलेंगे|

मैं यहाँ लोगों को आश्वासन देने आया हूँ – हालांकि, पृथ्वी पर जो भी घटित हो रहा है वह निस्सन्देह चिंता का कारण है| और प्रार्थनाओं की आवश्यकता है; प्रार्थनाओं की अति आवशकता है, उन सब ऊर्जाओं को शांत करने लिए जो इस समय पृथ्वी के चारों ओर मंडरा रही हैं|

आपको किसी एक जगह पर ध्यान केंद्रित नहीं करना है; बस केवल प्रार्थनाएं भेजनी है – विश्व शांति के लिए प्रार्थना करनी है | और देवदूत – जो हमारे सहायक हैं – उस भारी और नकारी ऊर्जा को, जो बुढ़िया के काते जैसी दिखती है, ले जाकर – जैसा कि मैंने आपसे पहले भी कहा था – बिखरा देंगे| मैं आशा करता हूँ कि आपको समझाने में सक्षम हूँ समझाने चूंकि सभी चीज़ें ऊर्जा हैं|

और विचार भी एक ऊर्जा है| कुछ विचारों के रूप बहुत भारी व नकारात्मक होते हैं और उन को वस्तुतः आलोकित करना पड़ता है| मैं उम्मीद करता हूँ यह सब आपको समझ में आ रहा होगा|

और इस लिए आपकी प्रार्थनाओं की अति आवश्यकता है|

मैं यहाँ बहुत लम्बे समय के लिए बात करने (या भाषण देने) नहीं आया हूँ; मैं आप सब को आपके आत्म-जागृति के कार्य, जो आप सभी बहुत अच्छा कर रहे हैं, को प्रोत्साहित करने आया हूँ| मैं चाहता हूँ की यह वेबसाइट पर डाला जाए – कि मैं और मेरे साथी अत्यंत प्रसन्न हैं यह देखकर कि आत्म जागृति का कार्य करने वाले सभी लोग – बिना कोई प्रश्न- उत्तर पूछे अपनी आत्मीय चैतन्य की बतायी गयी दिशा का अनुसरण कर रहे हैं| क्योंकि यह श्रद्धा दिखाता है, मानवता के प्रति प्रेम दर्शाता है… … सर्वव्यापी प्रेम की ऊर्जा, प्रार्थनाओं के साथ और दृढ़ हो जाती है, तो आपका धन्यवाद, धन्यवाद!, धन्यवाद!

इस पर, किसी के पास अधिक कहने के लिए कुछ भी नहीं है; पृथ्वी पर हो रही घटनाओं का मैं विश्लेषण कर सकता हूँ परन्तु उसकी आवश्यकता नहीं है| कुछ मायने में यह सब नकारात्मक शक्तियों को और बल देगा| सिर्फ यह एहसास कीजिये कि चीज़ें बदल रही हैं, और जिन चीज़ों की आवश्यकता नहीं हैं वह ऊपरी सतह तक पहुँच कर बिखर जाती हैं|

कुछ नकारात्मक एवं भारी ऊर्जा एक संगठित बादल की तरह कस कर एक दुसरे को पकड़ लेतीं हैं| और इन ऊर्जाओं को आलोकित करना पड़ता है| जिस से पृथ्वी पर उपस्थित हर एक ऊर्जा अपना योगदान दे सके| कुछ भी संयोगवश नहीं होता है; जो भी कुछ होता है उस के पीछे निश्चय ही कोई उद्देश्य व कारण होता है|

तो कृपया किसी का आकलन मत कीजिये|

यह जानिए कि जिन लोगों को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है, उन्हें अत्यधिक प्रेम की आवश्यकता है| और मैं समझता हूँ कि आप मेरे कहने का तात्पर्य जानते व समझते हैं; और इस के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ|

क्योंकि आप अब कई वर्षों से जागृत अवस्था में जी रहे हैं – और आपने हमारी बताई हुई बातों को ध्यानपूर्वक सुना व पढ़ा है | मैं आपको फिर से धन्यवाद देता हूँ|

तो मेरे जाने से पहले…. मैं उन सब को धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होंने मुझे पत्र लिखे हैं; और मैं उन्हें बताना चाहूँगा कि वे हमेशा मेरी प्रार्थनाओं में होते हैं| मैं उन्हें आशीर्वाद देता हूँ| मैं उन्हें भूला नहीं हूँ| यह बहुत ही कठिन समय है, और कई सारे लोग ऐसे मामलों में फसें हुए हैं जो उनकी समझ के परे है| बहुत सारी चीज़ें उनके पिछले जन्मों से आ रही हैं, वह जीवन जो उन्होंने कई युगों पहले जीया था| यदि वे स्वयं को पिछले जन्मों के कर्मों से उन्मुक्त करें, तो उन्हें बहुतायत प्रसन्नता मिलेगी| और मुक्त हो….. वे आगे की ओर बदलाव के साथ बढ़ सकते हैं और उन्हें यह नहीं महसूस होगा कि उनको पीछे किसी भी तरह से वापस घसीटा जा रहा है|

मैं चाहूंगा कि आप इस पर चिंतन करें|

तो धन्यवाद, मेरे प्रियजनों, धन्यवाद|

मैं, परमात्मा, आपको आशीर्वाद देता हूँ|


आप लौकिक साई बाबा का प्रसारण यहाँ सुन सकते हैं:
 

 
यह एक 4:92 एमबी की एमपी ३ फाइल है, बजाने का समय 5:22′ है

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